Updated on: Mon, 27 Feb 2012 http://www.jagran.com/bihar/madhubani-8951913.html
मधुबनी, वि.सं.: विधान पार्षद बिनोद कुमार चौधरी ने मधुबनी जिले के बेनीपटटी प्रखंड में खोले गए 29 वसुधा केन्द्रों के तीन वर्षो से अधिक बीत जाने पर भी चालू नहीं होने का मामला उठाया और यह भी मांग की कि राज्य में कितने वसुधा केन्द्र स्थापित है, कितने चालू एवं कितने बंद हैं व शिवनगर के वसुधा केन्द्र कब चालू होगा। इस पर मंत्री ने कहा कि दरभंगा एवं भागलपुर प्रमंडलों में वसुधा केन्द्रों की स्थापना के लिए जिस एजेन्सी को अधिकृत किया गया उसके द्वारा गड़बड़ी किए जाने के उपरांत पुन: नई एजेन्सी को केन्द्र स्थापना की जिम्मेदारी दी जा रही है। पूरक प्रश्न एवं माननीय सभापति के निर्देश पर मंत्री ने विस्तृत जांच कराने का आश्वासन देते हुए कहा कि केन्द्र संचालकों से लिए गए राशि को लौटाने की भी यदि आवश्यकता होगी तो राशि लौटा दी जाएगी।
इधर विधान सभा में शून्य काल में मधुबनी के विधायक रामदेव महतो ने राजनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की दु:स्थिति का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि इस पीएचसी के प्रभारी केन्द्र पर मात्र चार बजे अपराहन से सात बजे रात्रि तक रहते हैं। प्रभारी के केन्द्र पर नहीं रहने से अराजकता की स्थिति बनी रहती है अत: पदाधिकारी को राजनगर से शीघ्र स्थानान्तरण किया जाए।
मधुबनी, वि.सं.: विधान पार्षद बिनोद कुमार चौधरी ने मधुबनी जिले के बेनीपटटी प्रखंड में खोले गए 29 वसुधा केन्द्रों के तीन वर्षो से अधिक बीत जाने पर भी चालू नहीं होने का मामला उठाया और यह भी मांग की कि राज्य में कितने वसुधा केन्द्र स्थापित है, कितने चालू एवं कितने बंद हैं व शिवनगर के वसुधा केन्द्र कब चालू होगा। इस पर मंत्री ने कहा कि दरभंगा एवं भागलपुर प्रमंडलों में वसुधा केन्द्रों की स्थापना के लिए जिस एजेन्सी को अधिकृत किया गया उसके द्वारा गड़बड़ी किए जाने के उपरांत पुन: नई एजेन्सी को केन्द्र स्थापना की जिम्मेदारी दी जा रही है। पूरक प्रश्न एवं माननीय सभापति के निर्देश पर मंत्री ने विस्तृत जांच कराने का आश्वासन देते हुए कहा कि केन्द्र संचालकों से लिए गए राशि को लौटाने की भी यदि आवश्यकता होगी तो राशि लौटा दी जाएगी।
इधर विधान सभा में शून्य काल में मधुबनी के विधायक रामदेव महतो ने राजनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की दु:स्थिति का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि इस पीएचसी के प्रभारी केन्द्र पर मात्र चार बजे अपराहन से सात बजे रात्रि तक रहते हैं। प्रभारी के केन्द्र पर नहीं रहने से अराजकता की स्थिति बनी रहती है अत: पदाधिकारी को राजनगर से शीघ्र स्थानान्तरण किया जाए।
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