Saturday, April 21, 2012

नितीश जी वसुधा मामलों में आपके "लेकिन" शब्द का क्या मतलब ?

ई-गवर्नेस पर बुनियादी ढ़ाचा विकसित नहीं- नीतीश


MP POST:-17-02-2011
पटना।सूचना तकनीक के भरपूर इस्तेमाल के लिए बिहार में पूर्ण रूप से विकसित बुनियादी ढ़ंाचा का अभाव बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को कहा कि सरकार द्वारा इसका लगातार विकास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने ई-गवर्नेस पर नेतृत्व सम्मेलन विषयक कार्यशाला में कहा, कि बिहार सूचना तकनीक के विकास का पूरी तरह फायदा नहीं उठा पाया है और राज्य में इसके लिए बुनियादी ढ़ाचे के विकास की प्रक्रिया चल रही है, जिसके लिए संसाधनों का बड़े स्तर पर कंप्यूटीकरण करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य के 8463 ग्राम पंचायतों में कामन सर्विस सेंटर स्थापित करने का काम चल रहा है, लेकिन अधिक से अधिक सुविधाएं लोगों तक पहुंचाने के लिए पंचायत भवन में ही इसे शुरू करने के लिए पूरी कोशिश करेंगे।
नीतिश ने कहा कि ई-गवर्नेस के लिए केंद्र द्वारा बहुत पैसा दिया जाता है, लेकिन केवल कंप्यूटरीकरण पर जोर देने सच् अच्छा शासन नहीं आएगा। इसे सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक जोर सुशासन पर देना होगा। इसका इस प्रकार विकास करना होगा कि उपयोगिता बढ़े।
उन्होंने कहा कि बिहार में अभी लोग ई सेवा केंद्रों श्वसुधाश् पर आवेदन करते हैं लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिल पाता क्योंकि अभी कई कड़िया गायब है। कानूनी और व्यवहार संबंधी कठिनाइयों का निराकरण करना होगा।
मनरेगा में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए लाभांवितों को केंद्र सरकार द्वारा कार्ड देने और एक विशेष नंबर देने के लिए ई शक्ति योजना की तारीफ करते हुए नीतिश कुमार ने कहा कि उन्हें आशा है कि इसे अन्य क्षेत्रों में भी उपयोग में लाया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के लिए हम तकनीक का उपयोग करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, क्योंकि ई-गवर्नेस से शासन में पारदर्शिता आती है।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार का सुशासन पर अधिक जोर है। इसलिए लोकसेवाएं लोगों को सुगमता से उपलब्ध कराने के लिए सेवा का अधिकार कानून लाने जा रहे हैं, जो अधिकारियों की जवाबदेही तय करेगा।

No comments:

Post a Comment