Saturday, June 22, 2013

रामायण का मंचन

कांस्टेबल (भागते हुए आया) जेलर से- सर कल रात जेल के सभी कैदियो नेँ रामायण का मंचन किया

जेलर- ये तो बड़ी अच्छी बात है इसमे इतना परेशान होने वाली क्या बात है?

कांस्टेबल- सर परेशान होने वाली बात ये है कि
हनुमान बना कैदी अब तक संजीवनी लेकर वापस नही आया

हिंदू सदा से प्रकृति पूजक

हम हिंदू सदा से प्रकृति पूजक रहे हैं... हमारे पूर्वज बेवकूफ नहीं थे जो वृक्ष, पर्वत, नदी, समुद्र या भूमि की पूजा करते थे.. चाहे औषधीय पौधा तुलसी हो, या सर्वाधिक प्राणवायु देने वाला वृक्ष पीपल हो, गिरिराज गोवर्धन हो या प्राणदायिनी माँ गंगा और यमुना हो या दूध रुपी अमृत से हमारा पालन करने वाली गाय हो.... ईश्वर की हर कृति को उसका वरदान माना.. जड में भी प्राण-प्रतिष्ठा कर उसमें चेतना का संचार किया....
लेकिन हमने क्या किया??
आधुनिकता और विकास के नाम पर प्रकृति के साथ खिलवाड किया... जंगलों को काटा .. नदियों को प्रदूषित किया.. बांध बनाकर उनकी अविरल धारा को रोकने की चेष्टा की... हमेशा प्रकृति के साथ अधोषित युद्ध किया...
लेकिन अब देखो प्रकृति का तांडव... उत्तराखंड में यमुना- गंगा का वेग इसका उदाहरण है... मानव को ये नहीं भूलना चाहिये कि वो प्रकृति के सामने आज भी असहाय है... भूकंप, सुनामी, अतिवृष्टि और अनावृष्टि हमारी करनी का ही फल है... इसका साथ दोगे तो ये तुम्हारा साथ देगी.. वरना ... तुम्हारी सारी तकनीकी, मिसाइल, परमाणु बम, सब बेकार हैं... ......................................
अब तो प्रकृति के साथ खिलवाड बंद करो ......

सरकार सभी के बारे में सोचती है!

सरकार सबकी है औरसभी के बारे में सोचती है!
किसी को सस्ती गेहूं, सस्ते चावल...
तो किसी को सस्ता 2जी स्पेक्ट्रम, सस्ती कोयला खदानें देती है!

hai ..... na

गैरो को भला क्या समझाते,

गैरो को भला क्या समझाते, जब अपनो ने हमे समझा ही नही...
देश मे महिलाओ की अस्मत को तार-तार करने मे कोई गैर नही बल्कि उनके अपने सगे सम्बन्धी और जान पहचान के लोग ही है, यह चौकाने वाला तथ्य राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के ताजा आँकड़ो से सामने आया है
ये आँकड़े बताते है कि वर्ष 2012 मे बलात्कार के करीब 98% मामलो मे आरोपी पीड़ित महिलाओ के परिचित ही थे, वर्ष 2012 के दौरान भारतीय दण्ड विधान की धारा 376 के तहत बलात्कार के कुल 24923 मामले दर्ज किये गये,इनमे से 24470 मामलो मे आरोपी पीड़ित महिलाओ के परिचित थे, यानि हर 100 मामलो मे से 98 मे महिलाए अपने जानने वालो के ही हवस का शिकार बनी इनमे महिलाओ के परिजन, रिश्तेदार और पड़ोसी शामिल है,
अब सवाल ये उठता है कि आखिर हमारे समाज मे इतनी विकृति मानसिकता फैली कहाँ से? हमारे संस्कृति की मान्यताओ के अनुसार अपनी बहन बेटियो के प्रति हमारे हृदय मे जो सम्मान भाव निष्ठा स्नेह व कर्तव्यपरायणता होनी चाहिए वो कहाँ लुप्त होती जा रही है? असल मे ये उसी बाजारवाद की उपज है जिसमे कपड़े से लेकर खाने पीने तक की हर वस्तु मे स्त्री को भोग्या के रुप मे परोसा जा रहा है,लानत है ऐसी वैश्विक और विकसित मानसिकता पर जो रिश्तो की मर्यादा को तार-तार करके अपनी हवस की भूख मिटाने को प्रेरित करता है और मै थूकता हूँ ऐसे लोगो पर जो इस पाश्विक मानसिकता को बढ़ावा देते है और उन लोगो पर भी जो बिना सोचे समझे इस पाश्विक मानसिकता को अपनाते जा रहे हैँ

तो समाज कितना अच्छा होता

लड़कियोँ की पोस्ट पर अनगिनत लाईक कमेँट देखकर अहसास हुआ कि जितना प्यार और सम्मान लड़कियों को फेसबुक पर मिलता है, काश.. समाज में उसका एक प्रतिशत
भी मिल पाता ......तो समाज कितना अच्छा होता

बैशाखी चोर विदेशमंत्री

बैशाखी चोर विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ईराक में जाकर इराक को दो करोड़ डालर देने, २०० बसे, पचास रेल इंजन, दो हास्पिटल खोलने का एलान करता है ..

और

प्रधानमंत्री राहत कोष बनाकर भीखमांग रह1 है .. हर चैनेल पर कहा जा रहा है की कृपया उत्तराखंड बाढ़ पीड़ित राहत कोष में दान दे ....

This kind people called as a DESH BHAKT.

अपना मुंह बंद रखना

एक बार एक छोटी चिड़िया सर्दी में साउथ पोल की तरफ उड़ कर जा रही थी , ठंड इतनी ज्यादा थी की उससे सहन नही हुई और खून जम जाने से वो वहीँ एक मैदान में गिर गयी ......
वहां पर एक गाय ने आकर उसके ऊपर गोबर कर दिया , गोबर के नीचे दबने के बाद उस चिड़िया को एहसास हुआ की उसे दरअसल
उस गोबर के ढेर में गर्मी मिल रही थी , लगातार गर्माहट के एहसास ने उस छोटी चिड़िया को सुकून से भर दिया और उसने गाना गाना शुरू कर दिया .....
वहां से निकल रही एक बिल्ली ने उस गाने की आवाज़ सुनी और देखने लगी की ये आवाज़ कहाँ से आ रही है ,थोड़ी देर बाद उसे एहसास हुआ की ये आवाज़ गोबर के ढेर के अंदर से आ रही है , उसने गोबर का ढेर खोदा और उस चिड़िया को बाहर निकाला और उसे खा गयी .....:((

मॉरल - आपके ऊपर गंदगी फेंकने वाला हर इंसान आपका दुश्मन नही होता ,और आपको उस गंदगी में से बाहर निकलने वाला हर इंसान आपका दोस्त नही होता ...और सबसे बड़ी बात
.
.
जब आप गंदगी में दबे पड़े हों तो अपना मुंह बंद रखना ही बेहतर है.. !

Monday, June 17, 2013

APNE LIYE TO SABHI JITE HAIN, LEKIN AURO k liye.......?


joke


कांस्टेबल (भागते हुए आया) जेलर से- सर कल रात जेल के सभी कैदियो नेँ रामायण का मंचन किया

जेलर- ये तो बड़ी अच्छी बात है इसमे इतना परेशान होने वाली क्या बात है?

कांस्टेबल- सर परेशान होने वाली बात ये है कि
हनुमान बना कैदी अब तक संजीवनी लेकर वापस नही आया
Dont LaUgh......               :-)
chunchunairtel@gmail.com

Forest without Lion, Bihar